मित्रों जैसा कि आप सभी जानते होंगे भक्ति में कितनी शाक्ति है?
ऐसे ही हमारे धर्म शास्त्रों में कुछ महाशक्तिशाली मंत्र हैं, जिसे पूरे विश्वास एवं श्रद्धा के साथ स्मरण कर लेने मात्र से बड़े से बड़े संकट से पार पाया जा सकता है और भगवत प्राप्ति भी सरल हो जाती है।
मन्त्र निम्नवत है, मंत्रो को विस्तार से जानने के लिये अंत तक पढ़े-
(1) पहले मंत्र के लिए पवित्रता का विशेष ध्यान रखें। स्नान पश्चात्य कुश के आसन पर बैठकर सुबह और शाम संध्या वंदन के समय उक्त मंत्र का 108 बार जाप करें। यह मंत्र जीवन में किसी भी प्रकार के संकट को पास फटकने नहीं देगा।
पहला मंत्र - 'ॐ श्रीकृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने ।। प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः।।
(2) दूसरा मंत्र संकटकाल में दोहराया जाता है। जब कभी भी व्यक्ति को आकस्मिक संकट का सामना करना पड़ता है तो तुरंत ही पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ उक्त मंत्र का जाप कर संकट से मुक्ति पाई जा सकती है।
दूसरा मंत्र - 'ॐ नमः भगवते वासुदेवाय कृष्णाय क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः।'
(3) तीसरा मंत्र निरंतर दोहराते रहना चाहिए। उक्त मंत्र को चलते-फिरते, उठते-बैठते और कहीं भी किसी भी क्षण में दोहराते रहने से कृष्ण से जुड़ाव रहता है। इस तरह से कृष्ण का निरंतर ध्यान करने से व्यक्ति कृष्ण धारा से जुड़कर मोक्ष प्राप्ति का मार्ग पुष्ट कर लेता है।
तीसरा मंत्र - 'हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण-कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम, राम-राम हरे हरे।'
कृष्ण मंत्रों का महत्व : अत: उक्त मंत्र के महत्व को समझते हुए अन्य की ओर जो अपना मन नहीं लगाता वह कृष्ण की शरण में होता है और जो कृष्ण की शरण में है उसे किसी भी प्रकार से रोग और शोक सता नहीं सकते।
🚩🚩🙏#जय_श्री_कृष्णा🙏🚩🚩
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